क्या आप बिना ज़्यादा खाए भी वजन बढ़ने, थकान, आलस्य, अपच और स्किन की समस्याओं से परेशान हैं? तो जान लीजिए – इन सबकी जड़ है आपका धीमा मेटाबॉलिज्म (Agni Mandya) । मेटाबॉलिज्म यानी शरीर की ऊर्जा उत्पादन प्रक्रिया। आयुर्वेद इसे “जठराग्नि” कहता है। जब यह धीमा होता है तो खाया-पिया शरीर में ठीक से नहीं पचता, विषैले पदार्थ जमा होने लगते हैं और शरीर रोगों का घर बन जाता है।
* आयुर्वेद क्या कहता है मेटाबॉलिज्म के बारे में? आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में
चार प्रकार की अग्नि होती है जठराग्नि, धात्वग्नि, भूताग्नि और मनोअग्नि- इन सबका संतुलन ही अच्छे
मेटाबॉलिज्म की कुंजी है।
“जठराग्नि बलवानः पुरुषः आरोग्यवान् भवति । “
अर्थात: जिसकी जठराग्नि (पाचनाग्नि) तेज है, वही सच्चे अर्थों में स्वस्थ होता है।
मेटाबॉलिज्म बढ़ाने वाले घरेलू नुस्खे:
1. सुबह खाली पेट सौंठ और शहद
1/4 चम्मच सौंठ (सूखी अदरक) और 1 चम्मच शुद्ध शहद को मिलाकर लें।
• इससे अग्नि प्रदीप्त होती है, भूख खुलती है और पाचन सुधरता है।
नींबू शहद का जल
एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू और 1 चम्मच शहद मिलाएं।
रोज सुबह लेने से चयापचय तेज होता है और शरीर डिटॉक्स होता है।
त्रिफला चूर्ण रात्रि को यह शरीर के हर कोशिकीय स्तर पर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाता है।
खाद्य पदार्थ जो मेटाबॉलिज्म बढ़ाते हैं:
अदरक- अग्निदीपक गैस और अपच में लाभ
काली मिर्च तीक्ष्ण और रूक्ष – वसा जलाती है
तुलसी- वात-कफनाशक – इम्यूनिटी और पाचन
दालचीनी उष्ण और तिक्त इंसुलिन संतुलन घी – स्निग्ध, मधुर अग्निवर्धक और ऊर्जावान
इन आदतों से बचें:
पानी देर रात का खाना ठंडा कोल्ड ड्रिंक्स
बार-बार खाना या जंक फूड और चीनी का अधिक
सेवन दिन में सोना और रात में जागना
मेटाबॉलिज्म बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक योग:
अग्नितुंडी वटी – जठराग्नि को तीव्र करने वाला शक्तिशाली योग । सुतशेखर रस- अम्लपित्त और अपच में उपयोगी ।
पिप्पली चूर्ण – मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और मोटापा घटाने में
लाभदायक ।
लोहासव / कुमारी आसव – यकृत की क्रिया को ठीक कर रक्त शुद्धिकरता है
रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें।
• यह आँतों की सफाई करता है और शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।
हींग- जीरा धनिया का काढ़ा
• 1/4 चम्मच हींग, जीरा, धनिया को पानी में उबालें और भोजन से पहले पिएं।
इससे अग्नि तेज होती है और खाना सही से पचता है। योग और प्राणायाम
रोज 20 मिनट कपालभाति, भस्त्रिका और उदरशक्ति विकासक आसन करें।
दिनचर्या – ये आदतें करें शामिल:
ब्राह्म मुहूर्त में उठें (सुबह 4:30 – 5:30 बजे)
30 मिनट का तेज़ वॉक या सूर्य नमस्कार
भोजन समय पर, बिना टीवी- मोबाइल के ध्यानपूर्वक खाएं
सूर्यास्त के बाद भारी भोजन न करें! रात 10 बजे तक सोना आदर्श
निष्कर्षः
तेज़ मेटाबॉलिज्म मतलब तेज़ जीवनशक्ति। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, ऊर्जा पाना चाहते हैं, पाचन सुधारना है या रोगों से बचना है तो अपने जठराग्नि को जगाइए। ये काम होता है ना कोई महंगे पाउडर से, ना डाइटिंग से – बल्कि आयुर्वेद के सरल नुस्खों से।
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