आयुर्वेद के अनमोल खजाने में एक अत्यंत प्रभावशाली और पारंपरिक औषधीय योग है - त्रिजात (Trijata)। यह तीन औषधीय मसालों - इला (छोटी इलायची), त्वक (दालचीनी) और पत्र (तेजपत्ता) से मिलकर बना होता है। त्रिजात न केवल पाचन, श्वसन और...
Category: आयुर्वेदिक औषधि
लहसुन – रसोई और औषधि का खजाना जो हर मौसम में खाया जाता है ।
लहसुन सिर्फ़ स्वाद बढ़ाने वाला मसाला नहीं है, बल्कि प्राचीन काल से औषधीय गुणों से भरपूर एक चमत्कारी जड़ है। आयुर्वेद, यूनानी और आधुनिक चिकित्सा - सभी इसे रोगनाशक मानते हैं। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने,...
आयुर्वेद से करें स्किन डिटॉक्स और पाएं प्राकृतिक निखार!
आज की दुनिया में जहां केमिकल्स और कॉस्मेटिक्स का बोलबाला है, वहीं आयुर्वेद हमें सौंदर्य की ओर लौटने का एक शुद्ध और प्राकृतिक रास्ता दिखाता है। त्वचा केवल सुंदरता का प्रतीक ही नहीं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य का आईना भी होती...
अश्वगंधारिष्ट! आयुर्वेद का ब्रह्मास्त्र “मानसिक, शारीरिक और यौन स्वास्थ्य की एकमात्र औषधि”
अश्वगंधारिष्ट, आयुर्वेद का एक प्रमुख अरिष्ट कल्प है जो मानसिक तनाव, दुर्बलता, अनिंद्रा, थकावट, कमजोरी, स्नायु रोग और पुरुषों में वीर्य की कमी जैसे रोगों में विशेष लाभकारी माना गया है। यह न केवल एक रसायन है बल्कि यह एक...
योगराज गुग्गुलु : वात रोगों का नाशक शत्रु,हड्डियों का मित्र रक्षक
योगराज गुग्गुलु: हड्डियों का रक्षक, वात रोगों का नाशक! योगराज गुग्गुलु न केवल एक आयुर्वेदिक औषधि है, बल्कि यह एक शक्तिशाली बहुउद्देशीय औषधि है जो शरीर में संचित दोषों को दूर करने में सक्षम है। आयुर्वेद के महान ग्रंथों में...
अविपत्तिकर चूर्ण : पेट की समसयाओ का अचूक आयुर्वेदिक समाधान
आधुनिक जीवनशैली, गलत खानपान और अनियमित दिनचर्या ने पेट की समस्याओं को आम बना दिया है। गैस, अपच, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं अब हर घर की परेशानी बन चुकी हैं। ऐसे में आयुर्वेद का एक दिव्य फार्मूला है -...
महासुदर्शन चूर्ण: तीव्र ज्वरनाशक औषधि,बुखार से लेकर शरीर शुद्धि तक आयुर्वेद का वरदान!
वर्षा ऋतु या वायरल संक्रमण के समय शरीर में हल्का बुखार, अपच, थकान और सिरदर्द जैसे लक्षण आम हो जाते हैं। ऐसे में एलोपैथिक दवाएँ अक्सर लक्षणों को दबा देती हैं, लेकिन शरीर का मूल उपचार नहीं हो पाता। आयुर्वेद...
शरीर को फिर से बनाती है युवा ! हर रोग की एक ही पुरानी दवा पुनर्नवा!
जब बात हो शरीर को फिर से नया, ऊर्जावान और रोगमुक्त बनाने की, तो आयुर्वेद सबसे पहले जिस औषधि का नाम लेता है, वह है - पुनर्नवा । संस्कृत में "पुनः" का अर्थ है फिर से, और "नवा" का अर्थ...
मुलेठी आयुर्वेद की एक मीठी संजीवनी है , यह हर घर की रसोई में होनी चाहिए
"मुलेठी"। एक ऐसा नाम जो सुनते ही जुबान पर मिठास घोल देता है। प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में इसका एक विशिष्ट स्थान है, न केवल स्वाद में, बल्कि इसके शीतलता, बलवर्धक, रोगनाशक और संजीवनी गुणों के कारण भी। संस्कृत नाम:...
क्या शुगर बार बार बढ़ रही है , जाने शुगर के बढ़ने पर क्या करे, आयुर्वेदिक समाधान और घरेलु नुश्खे
आजकल की दौड़-भाग भरी ज़िंदगी, तनाव, असंतुलित खानपान और नींद की कमी के कारण मधुमेह (डायबिटीज़ ) आम हो गया है। लेकिन इससे भी खतरनाक स्थिति है - बार-बार अचानक ब्लड शुगर का बढ़ जाना। यह न केवल आंखों, किडनी,...