आयुर्वेद में ज्वर (Fever) को केवल तापमान बढ़ना नहीं माना गया, बल्कि यह शरीर के दोष असंतुलन (वात, पित्त, कफ) और आम (विषाक्त पदार्थ) के संचय से उत्पन्न स्थिति है। चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में ज्वर को प्रमुख रोगों...
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विकास की दौड़ मे पहाड़ों का विकास हुआ या विनाश ?
पहाड़ो की सुंदरता हमेशा से हमे अपनी और खींचती रही है। ऊचे - ऊचे पहाड़, हरी भरी वाडिया , कल-कल करती नदियाँ और शांत वातावरण, ये सब मिलकर एक ऐसा सुकून देते हैं, जो शहरों की भीड़-भाड़ में मिलना मुश्किल...
थायराइड: ग्रंथि छोटी ,असर बड़ा
आज के भाग दौड़ के जीवन में थायराइड की बीमारी तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक ऐसी समस्या है जो हमारे शरीर की ऊर्जा ,वजन ,हार्मोन और मानसिक स्थिति तक को प्रभावित करती है। आयुर्वेद के अनुसार थायराइड...
सहजन: जो की आज के जमाने का सुपरफूड कहा जाता है , सहजन एक, गुण अनेक! आयुर्वेद का अमृत समान वरदान
सहजन जिसे इंग्लिश में Moringa और संस्कृत में शिग्रु कहा जाता है, आयुर्वेद में एक बहुगुणी औषधि मानी जाती है। इसकी पत्तियां, फली, छाल, जड़, बीज सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। सहजन को 'सुपरफूड' की श्रेणी में रखा...
नीबू प्रकृति का अनमोल उपहार है जो शरीर का विशेष ध्यान रखता है
हम सब जानते है की निम्बू का स्वाद खट्टा और तीखा होता है यानी कि यह स्वभाव में अम्लीय होता है जबकि नींबू शरीर मी जाकर अम्लपित्त को शांत करता है और पाचन को बेहतर करता है आयुर्वेदिक दृष्टिकोण आयुर्वेद के अनुसार निम्बू का...
भोजन के बाद कुछ कदम चलने से आपकी सेहत के लिए बड़ा वरदान साबित हो सकता
भोजन के बाद कुछ चलने से आपकी सेहत कितना बड़ा वरदान साबित हो सकता हैआयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों इस बात पर सहमत है की भोजन के बाद १०० कदम चलना किसी ओषधि से कम नहीं , या कह सकते...
एलोवेरा: प्रकृति का वरदान, सेहत और खूबसूरती का खजाना,लिवर और त्वचा के लिए के जादुई फायदा
आज की भाग दौड़ की जिंदगी में हम फिर से आयर्वेद की ओर लोट रहे है। इसी कड़ी में आज हम एक ऐसी ओषधि के बारे में जानेगे , इसने आज हर घर में अपनी जगह बना ली है। इसे...
लिवर: शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है जो की शरीर में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है
क्या आप जानते है किआपका लिवर केवल भोजन पचने के काम ही नहीं करता है , बल्कि पुरे शरीर की ऊर्जा , रजत , शुद्धि और रक्त प्रतिरोध क्षमता को निरयंत्रित करने में भी सबसे महत्पूर्ण भूमिका निभाता है ?...
पित्त दोष बढ़ने से पित्त अधिक गाढ़ा हो जाता है धीरे-धीरे यह जमाव पथरी का रूप ले लेता है- जाने इसके बारे में
पित्त की पथरी आज के समय में एक आम बीमारी बन गई है। बदलती जीवन शैली , बहुत ज्यादा मात्रा में तैलीय , चिकनाई युक्त भोजन , बढ़ता तनाव और अनियमित दिनचर्या इसका प्रमुख कारण है। पित्ताशय (Gallbladder) में जब...
उल्टी: शरीर के दोषो के असंतुलित अवस्था का संकेत है
क्या अपने कभी महसूस किया है की अचानक पेट में मरोड़ उठी और उल्टी हो गई ?अक्सर लोग इसे पाचन की की गड़बड़ी मन कर नजरअंदाज कर देते है जबकि आयर्वेद छर्दि रोग कहा गया , और यह शरीर के...