भोजन के बाद कुछ कदम चलने से आपकी सेहत के लिए बड़ा वरदान साबित हो सकता

भोजन के बाद कुछ चलने  से आपकी सेहत  कितना बड़ा वरदान साबित हो सकता हैआयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों इस बात पर सहमत है की भोजन के बाद १०० कदम चलना किसी ओषधि से कम नहीं , या कह सकते यह अपने आप में ओषधि का काम करता है 

भोजन के बाद टहलने का आयुर्वेदिक दृष्टिकोण
  1. आयुर्वेद में भोजन के बाद किए जाने वाले विहार को “भोजनांत विहार” कहा गया है।
  2. चरक संहिता में उल्लेख मिलता है कि भोजन करने के बाद थोड़ी देर दाहिनी करवट लेटकर फिर धीरे-धीरे चलना पाचन को प्रबल करता है
  3. टहलने से जठराग्नि प्रज्वलित होती है, जिससे भोजन अच्छे से पचता है और शरीर को ऊर्जा मिलती है
  4.  यह आदत अम (toxins) बनने से रोकती है और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।

भोजन के बाद टहलने के अद्भुत फायदे

पाचन शक्ति में सुधार
  • भोजन के तुरंत बाद वॉक करने से भोजन का अपच नहीं होता और कब्ज, गैस, भारीपन जैसी समस्याएं दूर रहती हैं।

 गैस और एसिडिटी से राहत

  • भोजन के बाद हल्की वॉक पेट में भोजन को सही दिशा में ले जाती है, जिससे एसिडिटी, जलन और डकार की समस्या नहीं होती।

ब्लड शुगर कंट्रोल

  • आधुनिक शोध बताते हैं कि डायबिटीज़ रोगियों के लिए भोजन के बाद 10–15 मिनट वॉक करना शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।

वजन घटाने में सहायक

  • भोजन के बाद रोज़ाना वॉक करने से अतिरिक्त चर्बी जमा नहीं होती और मोटापा नियंत्रित रहता है।

दिल को रखे स्वस्थ

  • यह आदत ब्लड सर्कुलेशन को संतुलित रखती है, दिल पर दबाव कम करती है और हृदय रोगों से बचाती है।

बेहतर नींद

  • जब भोजन सही तरह से पचता है तो रात को नींद गहरी और सुकूनभरी आती है।

तनाव दूर करे

  • टहलने से शरीर ही नहीं, मन भी हल्का होता है और तनाव धीरे-धीरे कम हो जाता है।
भोजन के बाद टहलने के कुछ ज़रूरी नियम
  1. हल्की वॉक ही करें – तेज़ चलना या दौड़ना हानिकारक हो सकता है।
  2. कम से कम 10–15 मिनट चलें – इतना समय पाचन क्रिया को सक्रिय करने के लिए पर्याप्त है।
  3. भारी व्यायाम न करें – भोजन के तुरंत बाद भारी कसरत करने से पाचन बिगड़ सकता है।
  4. खाली पैरों से न चलें – आरामदायक चप्पल या जूते पहनकर वॉक करें।
  5.  रात के खाने के बाद वॉक ज़रूरी – इससे नींद और पाचन दोनों बेहतर होते हैं।

आयुर्वेदिक श्लोक से प्रेरणा

आयुर्वेद कहता है –
भोजनांतं विहारं तु, पचनार्थं हितं स्मृतम्।”
अर्थात् भोजन के बाद किया गया विहार (हल्की वॉक) पाचन और स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभकारी है।
घरेलू नुस्खे के साथ वॉक का महत्व
  • भोजन के बाद टहलने के साथ यदि आप गुनगुना पानी या हल्की सौंफ-धनिया की चाय पीते हैं तो पाचन शक्ति और बढ़ जाती है।
  • जिन लोगों को गैस या एसिडिटी की शिकायत रहती है, उनके लिए यह आदत अमृत के समान है।

निष्कर्ष

भोजन के बाद हल्की वॉक करना सिर्फ़ एक आदत नहीं बल्कि स्वास्थ्य की गारंटी है।
आयुर्वेद इसे दीर्घायु और रोग-मुक्ति का रहस्य मानता है। आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में सिर्फ़ 10–15 मिनट निकालकर आप न केवल पाचन को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि दिल, दिमाग और शरीर को तंदुरुस्त रख सकते हैं।

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